दिल्ली | अमेरिका और ईरान के बीच परमाणु समझौते को लेकर तनाव बढ़ता जा रहा है। एनबीसी न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक ट्रंप ने हाल ही में कहा था कि यदि ईरान समझौते पर सहमत नहीं होता तो उसे गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। ट्रंप ने यहां तक कहा कि अमेरिका ऐसी बमबारी करेगा जैसी दुनिया ने पहले कभी नहीं देखी।
इस पर ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्लाह अली खामेनेई के सलाहकार अली लारीजानी ने पलटवार करते हुए कहा, “ईरान परमाणु हथियार नहीं चाहता लेकिन अगर हमारी सुरक्षा खतरे में पड़ी तो हमें अपने बचाव के लिए हर संभव कदम उठाने होंगे।”
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ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अरागची ने भी दोहराया कि ईरान अमेरिका के दबाव में नहीं आएगा और किसी भी हमले का कड़ा जवाब देगा। वहीं ईरानी संसद के स्पीकर मोहम्मद बाकिर गलीबाफ ने चेतावनी देते हुए कहा कि “अगर अमेरिका हमला करता है, तो उसे भी गंभीर नुकसान झेलना पड़ेगा।” गौरतलब है कि 2018 में अमेरिका ने ईरान परमाणु समझौते (JCPOA) से खुद को अलग कर लिया था और कड़े प्रतिबंध लगाए थे जिससे दोनों देशों के संबंध और बिगड़ गए। अब अंतरराष्ट्रीय समुदाय की नजर इस पर है कि यह विवाद किस ओर जाता है—समाधान या युद्ध?